उत्तराखण्ड को आदिकाल से “देवभूमि” अर्थात देवताओं की भूमि के रूप में जाना जाता है। इसी आधार पर उत्तराखण्ड के लगभग सभी गाँवों में भूमि – देवता का मंदिर है। हमारे गाँव में भी यह मंदिर माँ भगवती मंदिर के समीप विद्यमान (मौजूद) है। भूमिया देवता को गाँव का रक्षक भी माना जाता है। यह हर प्रकार से हमारी भूमि की सदा रक्षा करता है।

इनका आशीर्वाद सदा हमारे गाँवों पर बना रहे यही अभिलाषा करते हैं।

“जय भूमि देवता”